फुटबॉल खिलाड़ियों संग एक शर्मनाक घटना सामने आई है. दरअसल, टीम बस देरी से पहुंची तो खिलाड़ी रिक्शे से स्टेडियम में पहुंचे |
भारत में क्रिकेट खिलाड़ियों को कैसी सुविधाएं मिलती हैं. ये बात किसी से छिपी नहीं हैं. वहीं कई दूसरे खिलाड़ी कई मर्तबा मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित रहना पड़ता है | Durand cup में एक ऐसा ही शर्मनाक मामला कोलकाता में सामने आया जब मशहूर फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल के खिलाड़ियों को स्टेडियम में पहुंचने के लिए रिक्शा और कैब का सहारा लेना पड़ा |
ईस्ट बंगाल की सीजन के पहले कोलकाता डर्बी में मोहन बागान से भिड़ंत है. लेकिन मुकाबले से एक दिन पहले ईस्ट बंगाल के खिलाड़ियों को ट्रेनिंग ग्राउंड तक पह पहुंचने के लिए रिक्शा और उबर कैब का इस्तेमाल करना पड़ा
Durand cup में ऐसा तब हुआ जब टीम बस, जिसे शाम 6:30 बजे की प्रैक्टिस के लिए लिए शाम 6 बजे से पहले पहुंचना था. जब बस देरी से पहुंची तो क्लब के मैनेजमेंट को खिलाड़ियों के लिए राजारहाट में एआईएफएफ के एक्सीलेंस सेंटर के स्टेडियम तक जाने के लिए कैब और रिक्शा से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
Durand Cup 2023 Final: मोहन बागान ने रचा इतिहास
देश के मशहूर फुटबाल क्लब ईस्ट बंगाल के खिलाडिय़ों को टीम बस के आने में देर होने पर कैब व ई-रिक्शा से ट्रेनिंग सेंटर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसकी तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही हैं। यह घटना शुक्रवार की है।
खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण के लिए शाम साढ़े छह बजे कोलकाता से सटे राजारहाट स्थित एआइएफएफ के ट्रेनिंग सेंटर पहुंचना था।
टीम बस के छह बजे पहुंचने की बात थी लेकिन उसके आने में देर हो रही थी। अगले दिन यानी शनिवार को ईस्ट बंगाल का चिर-प्रतिद्वंद्वी मोहनबगान के विरुद्ध डूरंड कप का डर्बी मैच था, जिसके लिए भरपूर अभ्यास करना जरूरी था इसलिए कोच व खिलाडियों ने समय बरबाद न करते हुए यातायात के सार्वजनिक साधनों से ट्रेनिंग सेंटर जाने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने कैब व ई-रिक्शा बुक किया और उससे ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे। ईस्ट बंगाल फुटबाल क्लब की कार्यकारी कमेटी के सदस्य देबब्रत सरकार ने कहा-‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। डर्बी मैच से पहले ऐसा नहीं होना चाहिए था। मुझे पता चला है कि यह अनजाने में हुआ, हालांकि ऐसी चीजों को नियंत्रित किया जाना चाहिए।
Photo By Jagran