क्रिकेट के आकाश में चमका आगरा का ‘ध्रुव’, कप्तानी से किया कमाल, अंडर-19 टीम को जिताया बड़ा खिताब
ताजनगरी के रहने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरैल की कप्तानी में अंडर-19 टीम इंडिया ने शनिवार को श्रीलंका में हुए फाइनल मैच में बांग्लादेश को हराकर अंडर-19 यूथ एशिया चैंपियनशिप जीत ली। इससे धुव्र के परिवार सहित शहर के क्रिकेट प्रेमियों में काफी उत्साह है। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों ने ध्रुव की जमकर तारीफ की है।
ध्रुव का कहना है कि जिस समय अंडर-18 टीम इंडिया ने अंडर-19 यूथ एशिया चैंपिशनशिप जीती, उस समय बहन नीरू जुरैल को मैंने सबसे ज्यादा याद किया। मुझे वो पल याद गए, जब वो मेरे लिए प्रैक्टिस के दौरान खाना लेकर आती थीं। बहन हमेश मुझसे कहती थी कुछ खा ले भाई। मैं कहता था भोजन बाद में करुंगा। इस पर नाराज होती थी। आज मेरी बहन के कारण मैं नई उड़ान कर रहा है। मेरी जिम्मेदारी उसने कहीं अधिक बढ़ा दी है।
कोच परवेंदर यादव ने कहा कि ध्रुव ने मेरी महीनों की साधना की गुरु दक्षिणा मुझे दी है। जैसे ही टीम ने मैच जीता, मैं गोवर्धन की परिक्रमा करने निकल गया हूं। मुझे हमेशा से पूरी उम्मीद थी कि एक दिन ध्रुव क्रिकेट में शहर का नाम रोशन करेगा। मैं अपने को भाग्यशाली कोच मानता हूं।
ध्रुव जुरैल के पिता नेम सिंह जुरैल और मां रजनी जुरैल के पास अपने बेटे की सफलता के लिए शब्द नहीं थे। पिता नेम सिंह जुरैल का कहना है कि किसी पिता की जिंदगी में वो पल सबसे अधिक खुशनुमा होते हैं, जब पिता को बेटे के नाम से पहचाना जाए। मुझे गर्व है कि मेरे मेरी पहचान मेरे बेटे के नाम से होने लगी है। सच बोलूं तो मेरे पास अपने बेटे की तारीफ के लिए शब्द ही नहीं है।
पूर्व क्रिकेट खिलाड़ियों का मानना है कि लो स्कोरिंग मैच में कप्तान ध्रुव की ओर से 57 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से बनाए गए 33 रन युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे। उन्होंने विकेट के पीछे भी बंगलादेश के दो खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया। उनका मानना है कि इतने कम स्कोर पर भी मैच जीतना ध्रुव की सूझबूझ को दर्शाता है।
श्रोत : अमर उजाला, आगरा