क्रिकेट का आसमान छूना चाहती हैं लड़कियां
क्रिकेट के मैदान में शानदार प्रदर्शन कर रही बेटियां
दो सत्रों में दोगुनी हुई महिला खिलाड़ियों की संख्या
क्रिकेटर बनने की चाहत लेकर आई मैदान में
14 साल की दाएं हाथ की बल्लेबाज प्रियंका लूथरा का कहना है कि अच्छा क्रिकेटर बनने की चाहत मुझे मैदान तक ले आई। इसमें मेरे पापा और मम्मी भी खूब सहयोग करते हैं। प्रियंका जिला स्तरीय 20 मैचों में 400 से ज्यादा रन बना चुकी हैं। साथ ही 20 विकेट भी ले चुकी हैं।
छह घंटे तक प्रैक्टिस करती हैं राशि
बीसीसीआई की सीनियर टी-20 चैंपियनशिप के लिए उत्तर प्रदेश की टीम में चयनित हुईं बाएं हाथ की ऑर्थोडॉक्स गेंदबाज राशि कन्नौजिया पांच से छह घंटे तक प्रैक्टिस चकरती हैं। भारतीय महिला क्रिकेट टीम शिविर का हिस्सा रह चुकी राशि का कहना है कि शिखर तक पहुंचने के लिए मैदान जोश और पसीना मांगता है।
क्रिकेट को बनाना है करियर
अंडर-19 अरुणाचल प्रदेश टी-20 टीम की ओर से खेलने वाली दाएं हाथ की प्रारंभिक बल्लेबाज़ मेधा शर्मा मैदान में हर रोज छह घंटे देती हैं। मेघा कहती हैं कि क्रिकेट को करियर बनाने का सोचा था। मम्मी पापा ने मेरा साथ दिया। मैंने भी अच्छे परिणाम दिए । अब सारा ध्यान खेल पर है।
श्रोत : अमर उजाला , आगरा