आगरा के खिलाड़ी- फोटो : अमर उजाला
खेल की दुनिया में ताजनगरी के खिलाड़ी आज जिस मुकाम पर हैं, उसके पीछे उनका कठिन परिश्रम और लगन है। क्रिकेट से लेकर कॉर्टिंग रेस तक में खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर देश-विदेश में शहर का नाम रोशन कर रहे हैं। भारतीय टी-20 क्रिकेट टीम के सदस्य दीपक चाहर, राहुल चाहर, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सदस्य पूनम यादव, दीप्ति शर्मा और नेशनल कॉर्टिंग रेस चैंपियन शहान अली मोहसिन आज जिस मुकाम पर हैं, उसको पाने के लिए उन्होंने कठिन मेहनत की। राष्ट्रीय खेल दिवस पर पढ़िए इनकी सफलता की कहानी…
क्रिकेटर पूनम यादव- फोटो : Twitter/@poonam_yadav24
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की गेंदबाज पूनम यादव का कहना है कि खेल के प्रति समर्पण खिलाड़ी को काफी आगे ले जाता है। हर रोज प्रैक्टिस सेशन में काफी मेहनत करने के बाद भी मुझे हमेशा लगता था कि प्रैक्टिस कम रह गई है। मैं फिर प्रैक्टिस करने में लग जाती थी। मुकाम पर बने रहने के लिए भी अभ्यास जरूरी है। युवा महिला क्रिकेटरों के लिए आगरा का माहौल काफी अच्छा है। महिलाओं में क्रिकेट का रुझान बढ़ रहा है। इसलिए पिछले तीन-चार साल में महिला क्रिकेटरों की संख्या काफी बढ़ी है।

क्रिकेटर दीप्ति शर्मा- फोटो : अमर उजाला
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की आलराउंडर दीप्ति शर्मा ने बताया कि भारतीय शहर की युवा महिला क्रिकेटर तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उनकी मेहनत और लगन उन्हें यूपी सीनियर टीम का सदस्य बना रही हैं। यूपी का आगरा एकमात्र ऐसा शहर है जहां से स्टेट लेवल की क्रिकेट चैंपियनशिप में शहर की छह महिला क्रिकेटर एक ही टीम में शामिल है। यह आगरा में क्रिकेट के लगातार बढ़ने का सबसे मजबूत पक्ष है। जहां तक किसी खिलाड़ी के इंडियन वूमेंस क्रिकेट टीम में पहुंचने की बात है, इसके लिए सिर्फ कड़ी मेहनत चाहिए।
भारतीय टी-20 क्रिकेट टीम के गेंदबाज दीपक चाहर ने बताया कि क्रिकेट में खिलाड़ियों के पास काफी सुविधाएं आ चुकी हैं। शहर में पहले काफी कम क्रिकेट एकेडमी थीं। अब, काफी संख्या में क्रिकेट एकेडमी खुल चुकी हैं। एकेडमियों के आने से क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है। यह आगरा की क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत है। जिस मुकाम पर आज मैं हूं, उस मुकाम तक पहुंचने के लिए क्रिकेटर को सबसे पहले सब कुछ त्यागना होगा। इसके बाद ही प्रदेश और देश के लिए खेला जा सकता है।
तिरंगा लहराते शहान अली मोहसिन- फोटो : फेसबुक
राष्ट्रीय कॉर्टिंग चैंपियन शहान अली मोहसिन ने कहा कि शहर में कार रेसिंग के लिए कोई ट्रैक नहीं है। इसलिए हमें अभ्यास करने के लिए नोएडा और बैंगलोर के चक्कर काटने पड़ते हैं। प्रैक्टिस कई बार इसलिए रुक जाती है क्योंकि मेरे शहर में कार रेसिंग के लिए वह सुविधाएं नहीं हैं, जो अच्छे कार रेसर के लिए बेहद जरूरी हैं। ट्रैक की सुविधा मिलने से कई अच्छे कार रेसर शहर से निकल सकते हैं। सभी खेलों में और अधिक सुविधाएं मिलने की जरूरत है।
श्रोत : अमर उजाला, आगरा